Wednesday, September 26, 2018

आज की पाँच बड़ी ख़बरें: '100 रुपये लीटर पेट्रोल' के लिए तैयारी

कई तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंपों पर लगीं मशीनों में तब्दीली लाने का फ़ैसला किया है ताकि पेट्रोल की क़ीमत अगर 100 रुपये प्रति लीटर के पार चली जाये तो मशीनें ग्राहकों को ठीक क़ीमतें दिखा सकें.
'इकोनॉमिक टाइम्स' अख़बार ने इस बारे में लिखा है कि कुछ पेट्रोल पंप मालिकों ने ये आशंका ज़ाहिर की थी कि उनके यहाँ लगीं मशीनें तीन अंकों में तेल की क़ीमत दिखाने में फ़िलहाल अक्षम हैं.
वैश्विक बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत बढ़ने की वजह से तेल कंपनियों ने ये निर्णय किया है.
सोमवार को मुंबई में पेट्रोल की क़ीमत 90 रुपये प्रति लीटर तक पहुँच गई थी. हालांकि तेल कंपनियों का ये भी कहना है कि हाल फ़िलहाल में पेट्रोल की क़ीमत 100 रुपये प्रति लीटर तक नहीं पहुँचेगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के ख़िलाफ़ महाराजगंज ज़िला सत्र न्यायालय ने 19 साल पुराने हत्या के एक मामले में नोटिस जारी किया है.
कोर्ट ने योगी को एक हफ़्ते भीतर जवाब भी दाख़िल करने को कहा है.
इस मामले में अगली सुनवाई 27 अक्टूबर को होनी है.
हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता तलत अज़ीज़ ने हाई कोर्ट में एक पुनर्विचार याचिका दाख़िल की थी, जिसपर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने ज़िला सत्र न्यायालय को दोबारा इस केस का ट्रायल शुरू करने का आदेश दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों से कहा है कि वो ये सुनिश्चित करें हर प्रत्याशी अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग की ओर से दिये गए फ़ॉर्म में 'बोल्ड लेटर्स' में दे.
कोर्ट ने ये भी कहा है कि हर प्रत्याशी को नामांकन दाखिल करने के बाद अपने क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी कम से कम तीन बार अख़बारों और टीवी पर देनी होगी.
निर्वाचन आयोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार क्रिमिनल रिकॉर्ड्स के डिक्लेयरेशन के लिए एक नया फ़ॉरमैट तैयार करेगा.
कोर्ट ने ये भी कहा है कि राजनीतिक दलों को अपने प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी अपनी वेबसाइट पर भी देनी होगी.
आधार कार्ड की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को फ़ैसला सुना सकता है.
साथ ही प्रमोशन में आरक्षण, कोर्ट की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग और दोषी नेताओं की कुर्सी किसके आदेश से जाएगी, इन तमाम मामलों पर भी सुप्रीम कोर्ट बुधवार को फ़ैसला दे सकती है.
चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा के रिटायरमेंट से पहले 4 कार्यदिवस बचे हैं. इस दौरान वो आधार, अयोध्या, अडल्टरी, सबरीमाला, भीड़ द्वारा संपत्ति के नुकसान पहुँचाने के मामले और एक्टिविस्टों के ख़िलाफ़ केस रद्द करने और एसआईटी जाँच की गुहार पर फ़ैसला दे सकते हैं.
यानी चार कार्यदिवस में वो 9 अहम फ़ैसले सुनाने वाले हैं.
सुप्रीम कोर्ट कांग्रेस नेता अहमद पटेल द्वारा दायर याचिका पर भी फैसला सुनाएगा, जिसमें गुजरात हाईकोर्ट में चुनाव याचिका में सुनवाई आगे बढ़ने के आदेश को चुनौती दी गई है. सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कि अहमद पटेल के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट में चुनाव याचिका पर सुनवाई जारी रहेगी या नहीं.मरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत की तारीफ़ की.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में ट्रंप ने कहा कि भारत की कोशिशों से वहाँ रह रहे लाखों नागरिक ग़रीबी से बाहर आये हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि ये भारत ही है जहाँ मुक़्त समाज में करोड़ों लोग रहते हैं. वहाँ सरकार ने लोगों को ग़रीबी से निकालकर मिडिल क्लास में शामिल कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप का ये दूसरा भाषण था.
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच पर सऊदी अरब और इसराइल का भी ज़िक्र किया.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस ने एक लड़की को मुस्लिम लड़के के साथ दिखने पर बुरी तरह पीटा और गालियाँ दीं.
मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक महिला कॉन्स्टेबल लड़की को पीटते हुए उसे मुस्लिम पार्टनर चुनने के लिए भला-बुरा कह रही है.
वहीं, वैन चलाने वाले होमगार्ड पर पूरी घटना का वीडियो बनाने का आरोप है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों लड़की से पूछ रहे हैं वो मुसलमान लड़के के साथ क्यों आई है.
इसके बाद गार्ड उससे पूछता है, ''तुम्हें मुल्ला ज़्यादा पसंद आ रहा है? हिंदू लड़कों के रहते हुए?''
इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल लड़की के गाल पर बार-बार थप्पड़ मारती है.
वो दोनों लड़की से बार-बार पूछ रहे हैं कि क्या उसे मुस्लिम लड़के को डेट करते हुए शर्म नहीं आती? वैन में दो अन्य पुलिसकर्मी भी सवार थे.
मामला तूल पकड़ने के बाद चारों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है और उनके ख़िलाफ़ विभागीय जाँच शुरू कर दी गई है.
उत्तर प्रदेश के गोरखुपर में दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के दो प्रोफ़ेसरों पर एससी/एसटी ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक दलित छात्र ने दोनों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. ये ख़बरइंडियन एक्सप्रेस में छपी है.
छात्र ने चार दिन पहले ज़हर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया.
छात्र ने फ़ेसबुक पर एक वीडियो पर पोस्ट करके इसकी शिक़ायत की थी और कहा था कि ये प्रोफ़ेसर उसे रिसर्च नहीं करने दे रहे हैं.
छात्र ने दोनों पर उत्पी़ड़न और जातिवादी शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था.
छात्र का कहना है कि जब उसने इसकी शिक़ायत विश्वविद्यालय प्रशासन की तो कुछ गुंडों ने उसे जान से मारने की कोशिश की.

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