ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार (17 दिसंबर) को भारतीय पारी को 140 रन पर निपटाते हुए
दूसरा क्रिकेट टेस्ट 146 रन से जीत लिया है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने
चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। इससे पहले भारत ने एडिलेड टेस्ट 31 रनों से जीतकर सीरीज में अपनी बढ़त बनाई थी। पर्थ टेस्ट की हार के
बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने हमसे अच्छी बल्लेबाजी की।
विराट कोहली ने कहा, 'हम बतौर टीम कुछ जगह
अच्छा खेले, लेकिन ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी में कहीं बेहतर था। इस पिच पर
330 का स्कोर काफी बड़ा था। ऑस्ट्रेलिया इस जीत का हकदार था। हमें यकीन था
कि हम जीत सकते हैं, लेकिन वह ज्यादा एग्रेसिव थे।'
विराट कोहली गेंदबाजों के प्रदर्शन से
काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, 'हमारे गेंदबाजों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया
वह तारीफ के काबिल है। उन्होंने बहुत शानदार विकेट निकाले। खास तौर पर
दूसरी पारी में हमारे गेंदबाजों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा।'
टीम सलेक्शन के सवाल का जवाब देते हुए
विराट कोहली ने कहा, 'हमने रवींद्र जडेजा के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन
मुझे लगता है नाथन लॉयन ने शानदार गेंदबाजी की। पिच के मिजाज को देखते हुए
हमने कभी स्पिनर के बारे में सोचा ही नहीं, हमें लगा 4 पेसर बहुत हैं और वह
अच्छा करेंगे।'
टीम में भुवनेश्वर कुमार के स्थान पर उमेश
यादव को मौका देने पर विराट ने कहा, 'भुवी ने हाल ही में कुछ ज्यादा टेस्ट
मैच नहीं खेले हैं। उमेश यादव ने अपने पिछले टेस्ट मैच में 10 विकेट लिए
थे और वह अच्छी लय में दिख रहे थे, तो हमने उन्हें चुना। अगर अश्विन फिट
होते तो हम उनके नाम पर विचार कर सकते थे।'
ऑस्ट्रेलिया से मिले 287 रन के लक्ष्य का
पीछा कर रही भारतीय टीम ने कल 112 रन पर पांच विकेट गंवा दिे थे और उस पर हार का खतरा मंडराने लगा था। भारत ने अंतिम दिन अपने शेष पांच विकेट मात्र
28 रन जोड़कर गंवा दिए और उसकी दूसरी पारी 56 ओवर में 140 रन पर सिमट गई।
विराट कोहली ने अपनी पारी के बारे में कहा, 'जब आप जीतते नहीं हैं तो आपकी परफॉर्मेंस की कोई अहमियत नहीं रहती।
इसलिए इस बारे में कुछ भी कहना ठीक नहीं। जैसा हम चाहते हैं, वैसा रिजल्ट
हमेशा नहीं मिलता। अब मैं सिर्फ अगले टेस्ट मैच के बारे में सोच रहा हूं.''
अपने विवादित कैच पर उन्होंने कहा, 'यह फील्ड पर लिया गया एक फैसला था और वहीं खत्म हो गया। इस पर अब मैं कुछ नहीं
कहना चाहता।' बता दें कि सीरीज का पहला टेस्ट जीत कर ऐतिहासिक शुरुआत करने
वाली विश्व की नंबर एक टीम को अपने बल्लेबाजों के दूसरी पारी में
निराशाजनक प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा और उसे 146 रन की शर्मनाक पराजय
झेलनी पड़ी।